Q. A. W. – KMSRAJ51 – Ep.- 4th / 23-April-2017

Kmsraj51 की कलम से…..

CYMT-KMSRAJ51-4

ϒ Q. A. W. ~ KMSRAJ51 ϒ

ओम गंग गणपतये नमः 

श्री गणेश मंत्र ~

ऊँ वक्रतुण्ड़ महाकाय सूर्य कोटि समप्रभं।
निर्विघ्नं कुरू मे देव, सर्व कार्येषु सर्वदा।।

रविवार, 23 अप्रैल – विश्व पुस्तक दिवस 2017

Sunday, 23 April – World Book Day 2017

मेरे प्यारे दोस्तों और पाठकों –
आज – विश्व पुस्तक दिवस है – “इस संसार में सिर्फ किताबें ही किसी भी इंसान के सच्चे मित्र(दोस्त) हैं, जाे सदैव ही निस्वार्थ भाव से सिर्फ लाभ ही पहुचाती है, बिना किसी भेदभाव के” ….. KMSRAJ51

Q. 1 .⇒  क्या करें, जब कोई हमारे सपनों (dreams) काे तोड़ता हैं ?
                                                                  या
            अपने Mind को कैसे Control करें, जब अपने ही हमारे सपनों (Dreams) को ताेड़ते हैं ?

  या      अपने सपनों (Dreams) के जुनून (आग) को कैसे बरकरार रखें ?
                                                                                                         -मनीषा अग्निहोत्री, गोवा

                                                                                                         -प्रियंका पांडे, हाथरस (उत्तर प्रदेश)

A. 1 .⇒ एक बात सदैव ही – याद रखें ….. 

“”ये समाज कभी न छोड़े आपको।”

“The society will never leave you.

यह बिल्कुल सत्य है कि हमारे सपनों (Dreams) को सबसे ज्यादा अपने ही ताेड़ते हैं ? जान-पहचान के लाेग व रिश्तेदार ताे ताेड़ते की कोशिश (प्रयत्न) करते ही है, लेकिन सबसे ज्यादा – हमारे अपने ही हमारे सपनों (Dreams) को ताेड़ते हैं ?

  • जब भी कभी आपके सपनों को तोड़ने वाली बातें कोई भी कहे आपसे उसे (उस बात काे) अपने Mind के अंदर प्रवेश
    न करने दे, अर्थात – सुनते हुए भी अनसुना कर दें।
  • अपने सपनों (Dreams) की आग को अपने अंदर सदैव ही जलाये रखें। इस आग को कभी भी बुझने न दें।
  • अपने सपनों (Dreams) काे प्राप्त करने के लिए संपूर्ण रूप से, सच्चे मन से आपकाे – तन, मन व धन, से लग जाने पर ही प्राप्त हाेगा, आपका अपना Dreams.
  • किसी के सपनों को तोड़ना महापाप है। अगर आप किसी को प्रोत्साहित नहीं कर सकते तो – कम से कम उनके सपनों को तो न तोड़े।
  • अगर आपको अपने व अपने कार्य के ऊपर संपूर्ण विश्वास हैं ताे – आपके सारे सपनें अवश्य पुरें हाेगें। बस लगातार सच्चे तन, मन व धन, से लगे रहें अपने कार्य काे करने में।

काैन कहता है – कि आपके सपनें सच नहीं हाे सकते।
सच्चे मन से अपने सपनों को पाने के लिए आगे ताे बढ़ाें॥

आगे रास्ते ख़ुद-ब-ख़ुद बनते चले जायेगे – अर्थांत प्रकृति भी आपकी मदद(Help) करने लगती है। प्रकृति आपकाे आपके लक्ष्य तक पहुंचाने में सदैव ही मदद करती हैं।

अपने अवचेतन मन व चेतन मन दाेनाे काे बहुत ही ज्यादा शांत रखने की कोशिश करें। जब आपका मन पूर्ण शांत हाेगा – तभी आपकी आंतरिक(अंदरूनी) ऊर्जा बाहर निकलेगी और आप अपने सपनों(Dreams) काे सरलता पूर्वक प्राप्त कर लेगें।

चाहे अपने हाे या काेई बाहर का व्यक्ति जब भी आपके सपनों काे ताेड़ने वाली बातें आपसे करें, उनकी बातों पर जरा भी ध्यान न दें। याद रखें कि – उनकी बातें सिर्फ कचरा हैं, कचरे को अपने Mind में प्रवेश न करने दें, नहीं ताे सब कचरा-कचरा हाे जायेगा।

“कभी मैदान न छोड़े” – समस्याएं जीवन का हिस्सा है। जब तक हमें इस धरती पर रहने का सौभाग्य मिला है, हमें उन बाधाओं और चुनौतियों के साथ लगातार जूझने की कीमत चुकाना हाेगा।

जो जिंदगी हमारे सामने पेश करती है। बहरहाल अगर हम सिर्फ लगन से काम करे तो हम जित सकते है। “कभी हार न माने!”

अक्सर लक्ष्य उससे अधिक करीब होता है जो अशक्त और लड़खड़ाते आदमी को नज़र आता है। अक्सर संघर्ष करने वाला व्यक्ति हार मान लेता है, जब वह विजेता का कप जित सकता था, और उसे यह बहुत देर बाद पता चलता है, कि वह सोने के ताज के कितने करीब था।

सफलता विफलता का ही उल्टा रूप है, शंका के बदलो की सुनहरी किनारी है और आप कभी नही बता सकते की आप कितने करीब है। जब यह दूर दिखती है तो यह पास भी हो सकती है।

इसलिए जब आपको सबसे ज्यादा चोट पहुंचे तो जूझते रहे, जब चीजे ख़राब दिख रही हो – तो कभी भी मैदान न छोड़े।

एक पुरानी कहावत है कि “विजेता कभी मैदान नही छोड़ते और मैदान छोड़ने वाले कभी नही जीतते।” महान बनने के लिए आपको लगनशील बनना होगा और अपने सपनों को साकार करने की राह में कभी हार नहीं मानना।

याद रखे – जब आप हारते है, तो जीवन ख़त्म नहीं होता। जीवन तब ख़त्म होता है, जब आप मैदान छोड़ देते हैं।

याद रखे – अगर आप किसी काम का सपना देख सकते है तो आप उसे कर सकते हैं। आपको एक बेहतरीन दिन मुबारक हों।

मैंने पाया है कि महानता की सच्ची परिभाषा हैं : जब साधारण लोग असाधारण काम करें, लगातार जुटे रहे और हार मानने से इंकार कर दें। लगन हर कमी और सीमा की भरपाई कर देती हैं, जो आम तौर पर लोगो को अपने सपनों का पीछा करने से रोकती हैं। लगन वो पूंजी है – कर्म का वह कदम हैं, जो आपके सपनों को हकीकत में बदलता हैं। संकल्प एक नजरिया है, परन्तु लगन एक कर्म हैं। “कभी हार न मानने का कर्म।”

Q. 2 .⇒  अपने संकीर्ण सोच को विस्तार कैसे दें ?  या
                                         अपनी छोटी सोच को हम कैसे बड़ी करें ?  या
अपनी सकारात्मक सोच को कर्म में कैसे बदले ?  या
                                       अपने बड़े सोच को कर्म में कैसे लागू करें ?

                                                 रवि रंजन शुक्ला, सूरत (गुजरात) भूमिका गांगुली, कोलकाता (पश्चिम बंगाल),
                                                     ♦ नवनीत गुप्ता, पटना (बिहार),  निकिता शर्मा, नोएडा (उत्तर प्रदेश)

A. 2 .⇒  इस

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– कुछ उपयोगी पोस्ट सफल जीवन से संबंधित –

* विचारों की शक्ति-(The Power of Thoughts)

* अपनी आदतों को कैसे बदलें।

निश्चित सफलता के २१ सूत्र।

क्या करें – क्या ना करें।

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“सफलता का सबसे बड़ा सूत्र”(KMSRAJ51)

“स्वयं से वार्तालाप(बातचीत) करके जीवन में आश्चर्यजनक परिवर्तन लाया जा सकता है। ऐसा करके आप अपने भीतर छिपी बुराईयाें(Weakness) काे पहचानते है, और स्वयं काे अच्छा बनने के लिए प्रोत्सािहत करते हैं।”

In English

Amazing changes the conversation yourself can be brought tolife by. By doing this you Recognize hidden within the buraiyaensolar radiation, and encourage good solar radiation to becomethemselves.

 ~KMSRAJ51 (“तू ना हो निराश कभी मन से” किताब से)

“अगर अपने कार्य से आप स्वयं संतुष्ट हैं, ताे फिर अन्य लोग क्या कहते हैं उसकी परवाह ना करें।”

~KMSRAJ51