दिल की धड़कन।

Kmsraj51 की कलम से…..

CYMT-KMSRAJ51-4

ϒ दिल की धड़कन। ϒ

धड़कन प्रायः दूसरों को सुनाते।
मै तो खुद ही सुनता हूँ।
वाद-विवाद का जगह नहीं।
खुद ही ताने बुनता हूँ॥

मंजिल मेरी राह बदल दी।
राहों के पीछे दौड़ता हूँ।
धड़कन प्रायः दूसरों को सुनाते।
मै तो खुद ही सुनता हूँ॥

वफ़ा बन न जाए बेवफ़ाई।
उधेड़-बुन में रहता हूँ।
धड़कन प्रायः दूसरों को सुनाते।
मै तो खुद ही सुनता हूँ॥

कोयल डाली-डाली बोले।
कौओं की तान मै सुनता हूँ।
धड़कन प्रायः दूसरों को सुनाते।
मै तो खुद ही सुनता हूँ॥

राम कथा और रहीम की वाणी।
फर्क कोई नहीं करता हूँ।
धड़कन प्रायः दूसरों को सुनाते।
मै तो खुद ही सुनता हूँ॥

भुत – भविष्य की बातों को…
भूल सुधार मै करता हूँ।
धड़कन प्रायः दूसरों को सुनाते।
मै तो खुद ही सुनता हूँ॥

©- रवि रंजन पाण्डेय। ¤ औरंगाबाद (बिहार) 

kmsraj51-rrp2016

हम दिल से आभारी हैं “रवि रंजन पाण्डेय जी” के प्रेरणादायक हिन्दी कविता साझा करने के लिए।

About – Ravi Ranjan Pandey(जर्नलिस्ट एवम् शोधार्थी।) : 

“रवि रंजन पाण्डेय जी” फ़िलहाल भूगोल विषय में यू.जी.सी., जे.आर.एफ के तहत पटना विश्वविद्यालय में शोध कार्य कर रहे है। इन्हे लेखन का शाैक भी है। इनके लेखन में कविता, कहानी व उपन्यास सम्मिलित हैं। रवि रंजन पाण्डेय जी के लेखन समय-समय पर अनेक पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हाेते रहते है। इनकी कविताएं सरल शब्दाे में हाेते हुँये भी हृदयसात करने योग्य है। जाे भी इंसान इन कविताओं काे गहराई(हर शब्दाे का सार) से समझकर आत्मसात करें, उसका जीवन धन्य हाे जायें।

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© आप सभी का प्रिय दोस्त ®

Krishna Mohan Singh(KMS)
Editor in Chief, Founder & CEO
of,,  https://kmsraj51.com/

जैसे शरीर के लिए भोजन जरूरी है वैसे ही मस्तिष्क के लिए भी सकारात्मक ज्ञान और ध्यान रुपी भोजन जरूरी हैं। ~ कृष्ण मोहन सिंह(KMS)

 ~Kmsraj51

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Note::-

यदि आपके पास हिंदी या अंग्रेजी में कोई Article, Inspirational StoryPoetry या जानकारी है जो आप हमारे साथ share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ E-mail करें. हमारी Id है: kmsraj51@hotmail.com. पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ यहाँ PUBLISH करेंगे. Thanks!!

Also mail me ID: cymtkmsraj51@hotmail.com (Fast reply)

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– कुछ उपयोगी पोस्ट सफल जीवन से संबंधित –

* विचारों की शक्ति-(The Power of Thoughts)

* अपनी आदतों को कैसे बदलें।

निश्चित सफलता के २१ सूत्र।

क्या करें – क्या ना करें।

∗ जीवन परिवर्तक 51 सकारात्मक Quotes of KMSRAJ51

* विचारों का स्तर श्रेष्ठ व पवित्र हो।

* अच्छी आदतें कैसे डालें।

KMSRAJ51 के महान विचार हिंदी में।

* खुश रहने के तरीके हिन्दी में।

* अपनी खुद की किस्मत बनाओ।

* सकारात्‍मक सोच है जीवन का सक्‍सेस मंत्र 

* चांदी की छड़ी।

kmsraj51- C Y M T

“सफलता का सबसे बड़ा सूत्र”(KMSRAJ51)

“स्वयं से वार्तालाप(बातचीत) करके जीवन में आश्चर्यजनक परिवर्तन लाया जा सकता है। ऐसा करके आप अपने भीतर छिपी बुराईयाें(Weakness) काे पहचानते है, और स्वयं काे अच्छा बनने के लिए प्रोत्सािहत करते हैं।”

In English

Amazing changes the conversation yourself can be brought tolife by. By doing this you Recognize hidden within the buraiyaensolar radiation, and encourage good solar radiation to becomethemselves.

 ~KMSRAJ51 (“तू ना हो निराश कभी मन से” किताब से)

“अगर अपने कार्य से आप स्वयं संतुष्ट हैं, ताे फिर अन्य लोग क्या कहते हैं उसकी परवाह ना करें।”

~KMSRAJ51

 

 

 

याद किसे करें, किसके लिए रोए।

Kmsraj51 की कलम से…..

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ϒ याद किसे करें, किसके लिए रोए। ϒ

याद किसे करें, किसके लिए रोए।
अपना किसे माने, पराया किसे जाने।

कल के अतीत को।
या आज के वर्तमान को।

या आनेवाला भविष्य को।
जिसे लेकर सब चिंतित हैं।

जब भूत – वर्तमान – भविष्य एक नहीं हो सकता।
फिर तो मुझे तीनों से उम्मीद कैसी ?

क्या कल मुझे नहीं पुकारेगा।
क्या आज मुझे नहीं धिकारेगा।

क्या भविष्य की आशाए धूमिल नहीं हो जाएगी।
कौन मुझे चाहता है ?

भूत छोड़ कर चला गया लेकिन यादे पास हैं।
वर्तमान साथ तो है पर बिछड़ने का डर है।

भविष्य तो कोरी कल्पना है जिससे दिल को एक आश है।
आखिर मै जाऊ कहाँ ?

अपनाऊ किसे ?
सब अपने है या फिर सब पराये।

किसको रूठाऊ या मनाऊ किसे।
कहने को आजाद हूँ।

गुलाम हूँ अपने मन का।
शरीर की अपनी भूख है।

शांति है चेतन का।
बांध रखा हूँ अपनी मुठ्ठी।

या पसार रखा हूँ अपना हाथ।
समझ नहीं आता।

जाऊ मै किसके साथ ?

©- रवि रंजन पाण्डेय। ¤ औरंगाबाद (बिहार) 

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