मेरी माँ।

Kmsraj51 की कलम से…..

CYMT-KMSRAJ51-4

मेरी माँ।

मेरी माँ की सिर्फ एक ही आँख थी और इसीलिए मैं उनसे बेहद नफ़रत करता था। वो फुटपाथ पर एक छोटी सी दुकान चलाती थी।उनके साथ होने पर मुझे शर्मिन्दगी महसूस होती थी। एक बार वो मेरे स्कूल आई और मै फिर से बहुत शर्मिंदा हुआ। वो मेरे साथ ऐसा कैसे कर सकती है ? अगले दिन स्कूल में सबने मेरा बहुत मजाक उड़ाया।

मैं चाहता था मेरी माँ इस दुनिया से गायब हो जाये। मैंने उनसे कहा, ‘माँ तुम्हारी दूसरी आँख क्यों नहीं है? तुम्हारी वजह से हर कोई मेरा मजाक उड़ाता है।

तुम मर क्यों नहीं जाती ?’ माँ ने कुछ नहीं कहा। पर, मैंने उसी पल तय कर लिया कि बड़ा होकर सफल आदमी बनूँगा ताकि मुझे अपनी एक आँख वाली माँ और इस गरीबी से छुटकारा मिल जाये।

उसके बाद मैंने म्हणत से पढाई की। माँ को छोड़कर बड़े शहर आ गया। यूनिविर्सिटी की डिग्री ली। शादी की। अपना घर ख़रीदा। बच्चे हुए। और मै सफल व्यक्ति बन गया। मुझे अपना नया जीवन इसलिए भी पसंद था क्योंकि यहाँ माँ से जुडी कोई भी याद नहीं थी।

मेरी खुशियाँ दिन-ब-दिन बड़ी हो रही थी, तभी अचानक मैंने कुछ ऐसा देखा जिसकी कल्पना भी नहीं की थी। सामने मेरी माँ खड़ी थी, आज भी अपनी एक आँख के साथ। मुझे लगा मेरी कि मेरी पूरी दुनिया फिर से बिखर रही है।

मैंने उनसे पूछा, ‘आप कौन हो? मै आपको नहीं जानता। यहाँ आने कि हिम्मत कैसे हुई? तुरंत मेरे घर से बाहर निकल जाओ।’ और माँ ने जवाब दिया, ‘माफ़ करना, लगता है गलत पते पर आ गयी हूँ।’ वो चली गयी और मै यह सोचकर खुश हो गया कि उन्होंने मुझे पहचाना नहीं।

एक दिन स्कूल री-यूनियन की चिट्ठी मेरे घर पहुची और मैं अपने पुराने शहर पहुँच गया। पता नहीं मन में क्या आया कि मैं अपने पुराने घर चला गया। वहां माँ जमीन मर मृत पड़ी थी।

मेरे आँख से एक बूँद आंसू तक नहीं गिरा। उनके हाथ में एक कागज़ का टुकड़ा था… वो मेरे नाम उनकी पहली और आखिरी चिट्ठी थी।

उन्होंने लिखा था : मेरे बेटे…..
मुझे लगता है मैंने अपनी जिंदगी जी ली है।
मै अब तुम्हारे घर….. कभी नहीं आउंगी… पर क्या यह आशा करना कि तुम कभी-कभार मुझसे मिलने आ जाओ… गलत है? मुझे तुम्हारी बहुत याद आती है। मुझे माफ़ करना कि मेरी एक आँख कि वजह से तुम्हे पूरी जिंदगी शर्मिन्दगी झेलनी पड़ी। जब तुम छोटे थे, तो एक दुर्घटना में तुम्हारी एक आँख चली गयी थी। एक माँ के रूप में मैं यह नहीं देख सकती थी कि तुम एक आँख के साथ बड़े हो, इसीलिए मैंने अपनी एक आँख तुम्हे दे दी।

मुझे इस बात का गर्व था कि मेरा बेटा मेरी उस आँख कि मदद से पूरी दुनिया के नए आयाम देख पा रहा है। मेरी तो पूरी दुनिया ही तुमसे है। चिट्ठी पढ़ कर मेरी दुनिया बिखर गयी। और मैं उसके लिए पहली बार रोया जिसने अपनी जिंदगी मेरे नाम कर दी….. मेरी माँ।

Please Share your comment`s.

आपका सबका प्रिय दोस्त,

Krishna Mohan Singh(KMS)
Editor in Chief, Founder & CEO
of,,  https://kmsraj51.com/

———– @ Best of Luck @ ———–

Note:-

यदि आपके पास हिंदी या अंग्रेजी में कोई Article, Inspirational StoryPoetry या जानकारी है जो आप हमारे साथ share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ E-mail करें. हमारी Id है: kmsraj51@hotmail.com. पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ यहाँ PUBLISH करेंगे. Thanks!!

Also mail me ID: cymtkmsraj51@hotmail.com (Fast reply)

cymt-kmsraj51

– कुछ उपयोगी पोस्ट सफल जीवन से संबंधित –

* विचारों की शक्ति-(The Power of Thoughts)

KMSRAJ51 के महान विचार हिंदी में।

* खुश रहने के तरीके हिन्दी में।

* अपनी खुद की किस्मत बनाओ।

* सकारात्‍मक सोच है जीवन का सक्‍सेस मंत्र 

* चांदी की छड़ी।

Swami Vivekananda-kmsraj51

“अगर अपने कार्य से आप स्वयं संतुष्ट हैं, ताे फिर अन्य लोग क्या कहते हैं उसकी परवाह ना करें।”

-KMSRAJ51

किसी भी कार्य में सफलता प्राप्त करने के लिए हिम्मत और उमंग-उत्साह बहुत जरूरी है।

जहाँ उमंग-उत्साह नहीं होता वहाँ थकावट होती है और थका हुआ कभी सफल नहीं होता।

 ~KMSRAJ51

 

 

 

_______Copyright © 2013-2017 kmsraj51.com All Rights Reserved.________

लोग मन्जिल को मुश्किल समझते है,!!

::- Krishna Mohan Singh

लोग मन्जिल को मुश्किल समझते है,
हम मुश्किल को मन्जिल समझते है,

बडा फरक है लोगो मे ओर हम मै,
लोग जिन्दगी को दोस्त ओर हम दोस्त को जिन्दगी
समझते है.

आदते अलग हे हमारी दुनिया वालो से,
कम दोस्त रखते हे मगर
लाजवाब रखते है-

क्योंकि बेशक हमारी माला छोटी है-
पर फूल उसमे सारे गुलाब रखते हे…

I’m Sorry !!

:- kmsraj51 ki pen se….

I’m sorry that I made you sad,
I’m sorry that I made you cry.
I’m sorry that you want to kiss me,
When you look into my eyes.
I’m sorry that you have to care,
I’m sorry that you miss my touch.
I’m sorry that you think about me,
Think about me so d*mn much.
I’m sorry that you want me back,
Im sorry that I should have known.
I’m sorry that I broke your heart.
And that I left you all alone.
I’m sorry that I’m on your mind,
I’m sorry that I’m in your dreams.
I’m sorry you don’t think I care,
But that’s only how it seems.

====================================
====================================

हर बच्चा अपने माता-पिता को ही भगवान समझे।

Kmsraj51 की कलम से…..

CYMT-KMSRAJ51-4

ϒ हर बच्चा अपने माता-पिता को ही भगवान समझे। ϒ

लड़के सुधर जाओ नहीं तो, तुम्हें गर्लफ्रेंड के हवाले कर दिया जायेगा और वो तो सुधार ही देगी।maa

  • पापा कहते है “बेटा पढाई करके कुछ बनो” तो बुरा लगता है, पर यही बात जब गर्लफ्रेंड कहती है तो लगता है केयर करती है।
  • गर्लफ्रेंड के लिए माँ-बाप से झूठ बोलते है, पर माँ-बाप के लिए गर्लफ्रेंड से क्यूँ नहीं ?
  • गर्लफ्रेंड से शादी के लिए माँ-पापा को छोड़ देते है, पर माँ-पापा के लिए गर्लफ्रेंड को क्यूँ नहीं ?
  • गर्लफ्रेंड से रोज रात में मोबाइल से पूछते है खाना-खाया की नहीं या कितनी रोटी खाई, पर क्या आज तक ये बात माँ-पापा से पूछी ?
  • गर्लफ्रेंड की एक कसम से सिगरेट छुट जाती है, पर पापा के बार-बार कहने से क्यूँ नहीं ?
  • कृपया अपने माँ-बाप की हर बात माने और उनकी केयर करे, और करते हो तो आपके माँ-बाप आपके लिए कुछ भी गर्व से करने को तैयार है।
  • और ये सबको बताये और समझाए, क्या पता आपकी बात उसके समझ में आ जाये ? अपने को माहौल ही ऐसा बनाना है की हर बच्चा अपने माता-पिता को ही भगवान समझे।

Please Share your comment`s.

© आप सभी का प्रिय दोस्त ®

Krishna Mohan Singh(KMS)
Editor in Chief, Founder & CEO
of,,  https://kmsraj51.com/

जैसे शरीर के लिए भोजन जरूरी है वैसे ही मस्तिष्क के लिए भी सकारात्मक ज्ञान और ध्यान रुपी भोजन जरूरी हैं।~Kmsraj51

———– © Best of Luck ® ———–

Note:-

यदि आपके पास हिंदी या अंग्रेजी में कोई Article, Inspirational StoryPoetry या जानकारी है जो आप हमारे साथ share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ E-mail करें. हमारी Id है: kmsraj51@hotmail.com. पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ यहाँ PUBLISH करेंगे. Thanks!!

cymt-kmsraj51

“सफलता का सबसे बड़ा सूत्र”(KMSRAJ51)

“स्वयं से वार्तालाप(बातचीत) करके जीवन में आश्चर्यजनक परिवर्तन लाया जा सकता है। ऐसा करके आप अपने भीतर छिपी बुराईयाें(Weakness) काे पहचानते है, और स्वयं काे अच्छा बनने के लिए प्रोत्सािहत करते हैं।”

In English

Amazing changes the conversation yourself can be brought tolife by. By doing this you Recognize hidden within the buraiyaensolar radiation, and encourage good solar radiation to becomethemselves.

 ~KMSRAJ51 (“तू ना हो निराश कभी मन से” किताब से)

“अगर अपने कार्य से आप स्वयं संतुष्ट हैं, ताे फिर अन्य लोग क्या कहते हैं उसकी परवाह ना करें।”

~KMSRAJ51

 

 

 

देववाणी सुरभारती अथवा संस्कृत भाषा की विशेषताएँ।

Kmsraj51 की कलम से…..

CYMT-KMSRAJ51-4

ϒ देववाणी सुरभारती अथवा संस्कृत भाषा की विशेषताएँ। ϒKMS-PP
१) संस्कृत, विश्व की सबसे पुरानी पुस्तक (वेद) की भाषा है। इसलिये इसे विश्व की प्रथम भाषा मानने में कहीं किसी संशय की संभावना नहीं है।

२) इसकी सुस्पष्ट व्याकरण और वर्णमाला की वैज्ञानिकता के कारण सर्वश्रेष्ठता भी स्वयं सिद्ध है।

३) सर्वाधिक महत्वपूर्ण साहित्य की धनी होने से इसकी महत्ता भी निर्विवाद है।

४) इसे देवभाषा माना जाता है।

५) संस्कृत केवल स्वविकसित भाषा नहीं बल्कि संस्कारित भाषा भी है अतः इसका नाम संस्कृत है। केवल संस्कृत ही एकमात्र भाषा है जिसका नामकरण उसके बोलने वालों के नाम पर नहीं किया गया है। संस्कृत को संस्कारित करने वाले भी कोई साधारण भाषाविद् नहीं बल्कि महर्षि पाणिनि, महर्षि कात्यायन और योग शास्त्र के प्रणेता महर्षि पतंजलि हैं। इन तीनों महर्षियों ने बड़ी ही कुशलता से योग की क्रियाओं को भाषा में समाविष्ट किया है। यही इस भाषा का रहस्य है।

६) शब्द-रूप – विश्व की सभी भाषाओं में एक शब्द का एक या कुछ ही रूप होते हैं, जबकि संस्कृत में प्रत्येक शब्द के 25 रूप होते हैं।

७) द्विवचन – सभी भाषाओं में एक वचन और बहु वचन होते हैं जबकि संस्कृत में द्विवचन अतिरिक्त होता है।

८) सन्धि – संस्कृत भाषा की सबसे महत्वपूर्ण विशेषता है सन्धि। संस्कृत में जब दो शब्द निकट आते हैं तो वहाँ सन्धि होने से स्वरूप और उच्चारण बदल जाता है।

९) इसे कम्प्यूटर और कृत्रिम बुद्धि के लिये सबसे उपयुक्त भाषा माना जाता है।

१०) शोध से ऐसा पाया गया है कि संस्कृत पढ़ने से स्मरण शक्ति बढ़ती है।

११) संस्कृत वाक्यों में शब्दों को किसी भी क्रम में रखा जा सकता है। इससे अर्थ का अनर्थ होने की बहुत कम या कोई भी सम्भावना नहीं होती। ऐसा इसलिये होता है क्योंकि सभी शब्द विभक्ति और वचन के अनुसार होते हैं और क्रम बदलने पर भी सही अर्थ सुरक्षित रहता है। जैसे – अहं गृहं गच्छामि या गच्छामि गृहं अहम् दोनो ही ठीक हैं।

१२) संस्कृत विश्व की सर्वाधिक ‘पूर्ण’ (perfect) एवं तर्कसम्मत भाषा है।

१३) देवनागरी एवं संस्कृत ही दो मात्र साधन हैं जो क्रमश: अंगुलियों एवं जीभ को लचीला बनाते हैं। इसके अध्ययन करने वाले छात्रों को गणित, विज्ञान एवं अन्य भाषाएँ ग्रहण करने में सहायता मिलती है।

१४) संस्कृत भाषा में साहित्य की रचना कम से कम छह हजार वर्षों से निरन्तर होती आ रही है। इसके कई लाख ग्रन्थों के पठन-पाठन और चिन्तन में भारतवर्ष के हजारों पुश्त तक के करोड़ों सर्वोत्तम मस्तिष्क दिन-रात लगे रहे हैं और आज भी लगे हुए हैं। पता नहीं कि संसार के किसी देश में इतने काल तक, इतनी दूरी तक व्याप्त, इतने उत्तम मस्तिष्क में विचरण करने वाली कोई भाषा है या नहीं। शायद नहीं है।

Please Share your comment`s.

© आप सभी का प्रिय दोस्त ®

Krishna Mohan Singh(KMS)
Editor in Chief, Founder & CEO
of,,  https://kmsraj51.com/

जैसे शरीर के लिए भोजन जरूरी है वैसे ही मस्तिष्क के लिए भी सकारात्मक ज्ञान और ध्यान रुपी भोजन जरूरी हैं।~Kmsraj51

———– © Best of Luck ® ———–

Note:-

यदि आपके पास हिंदी या अंग्रेजी में कोई Article, Inspirational StoryPoetry या जानकारी है जो आप हमारे साथ share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ E-mail करें. हमारी Id है: kmsraj51@hotmail.com. पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ यहाँ PUBLISH करेंगे. Thanks!!

Also mail me ID: cymtkmsraj51@hotmail.com (Fast reply)

cymt-kmsraj51

– कुछ उपयोगी पोस्ट सफल जीवन से संबंधित –

* विचारों की शक्ति-(The Power of Thoughts)

* अपनी आदतों को कैसे बदलें।

∗ निश्चित सफलता के २१ सूत्र।

* क्या करें – क्या ना करें।

∗ जीवन परिवर्तक 51 सकारात्मक Quotes of KMSRAJ51

* विचारों का स्तर श्रेष्ठ व पवित्र हो।

* अच्छी आदतें कैसे डालें।

KMSRAJ51 के महान विचार हिंदी में।

* खुश रहने के तरीके हिन्दी में।

* अपनी खुद की किस्मत बनाओ।

* सकारात्‍मक सोच है जीवन का सक्‍सेस मंत्र 

* चांदी की छड़ी।

kmsraj51- C Y M T

“सफलता का सबसे बड़ा सूत्र”(KMSRAJ51)

“स्वयं से वार्तालाप(बातचीत) करके जीवन में आश्चर्यजनक परिवर्तन लाया जा सकता है। ऐसा करके आप अपने भीतर छिपी बुराईयाें(Weakness) काे पहचानते है, और स्वयं काे अच्छा बनने के लिए प्रोत्सािहत करते हैं।”

In English

Amazing changes the conversation yourself can be brought tolife by. By doing this you Recognize hidden within the buraiyaensolar radiation, and encourage good solar radiation to become themselves.

 ~KMSRAJ51 (“तू ना हो निराश कभी मन से” किताब से)

“अगर अपने कार्य से आप स्वयं संतुष्ट हैं, ताे फिर अन्य लोग क्या कहते हैं उसकी परवाह ना करें।”

~KMSRAJ51

 

 

 

मैं जोगी बनूँ या लुटेरा ?

Kmsraj51 की कलम से…..

Kmsraj51-CYMT08

ϒ मैं जोगी बनूँ या लुटेरा ? ϒ

दोस्तों – को राम राम, बच्चों को जय हिन्द , और बड़ों को धोक (बड़ो के आगे झुकना )…..

मैं पता नहीं किस किस्म का आदमी हूँ ? जिसे कुछ समझ ही नहीं आता जैसे दिमाग ना हो, खूब है मन में जोश…और भरपूर है शरीर में जान।

जुर्म अक्सर भोले-भाले या निर्बल पर ही होता है। क्या ये बात सही है ?

मेरे साथ या मेरे जैसे लोगो के साथ रोज ना जाने कितने जुर्म होते है, पर मेरा नंबर महीने में एक या दो बार आ ही जाता है चाहे वो जुर्म छोटा हो या बड़ा, नंबर तो आपका भी आता होगा ?

अब आप मुझे ये बतावो की मैं जोगी बनूँ या लुटेरा ? जोगी बनूँ या लुटेरा ? जोगी बनूँ या लुटेरा ?

जोगी बनने का कारण ये है…..
मैं जोगी बनूँ क्योंकि मेरे पर जुर्म होता है या में जुर्म होते चुपचाप देखता हूँ ?

मैं जोगी बनूँ क्योंकि मेरा एक परिवार है ?

मैं जोगी बनूँ क्योंकि जब मैं आवाज लगाऊ तो कोई सुने नहीं ?
मैं जोगी बनूँ क्योंकि जुर्म करने वाले मेरे सामने नहीं ?

मैं जोगी बनूँ क्योंकि मेरे देश में सब कुछ बिकाऊ है ?
लुटेरा बनने के कारण ये है…

मैं लुटेरा बनूँ क्योंकि तूने मेरे को पहले लूटा ?

मैं लुटेरा बनूँ क्योंकि जब मैंने आवाज दी तो सुनी नहीं, अब तू आवाज लगा ?

मैं लुटेरा बनूँ – क्योंकि मेरा देश तुम नौकर कैसे बेच सकते हो जब तुम्हारा कुछ है ही नहीं ?

मैं लुटेरा बनूँ – क्योंकि मैं आने वाले वंश को क्या जबाब और कैसा माहौल देकर जाने वाला हु।

आज तो सबने मुझे और खुद में जोगी बनकर बैठ जाऊंगा पर एकदिन तो लुटेरा बनना ही पड़ेगा की नहीं ?

आज बतावो?
प्रश्न : बलात्कार क्यों होते है? और क्या बलात्कार करने वाला ही अकेला दोषी है? अगर इस घिनौनी हरकत का अकेला बलात्कारी दोषी नहीं तो और कौन-कौन है?

उत्तर : सिनेमा, अश्लील फिल्में, संस्कृति और वातावरण, शिक्षा। मैं ये पूछता हु की उत्तेजित बलात्कारी में दिमाग होता है क्या जो ये सोच सके की मैं जो कर रहा हु वो सही है या गलत?

प्रश्न : जिस बेटे को मां-बाप ने जन्म दिया, पोषण दिया, उसे बड़ा किया। उसी बेटे ने उन्हें घर से बुढ़ापे में निकाल दिया क्यों ? क्या इस घिनौनी हरकत का बेटा अकेला जिम्मेदार है ?

उत्तर : मां-बाप ने या तो दादी-दादा के पास रहने नहीं दिया हो ?
या अंग्रेजी माध्यम की शिक्षा दी होगी?
या उन्हें परिवार का मतलब नहीं बताया होगा ?

या उनको नयी जीवन शैली शिखा दी होगी जिसमे केवल मैं, मेरी बीवी,और मेरे प्यारे बच्चे आते हो?

या आपने अपने माँ-बाप के साथ ऐसा करके दिखाया हो की ऐसे घर से बेघर करते है माँ-बाप को।

प्रश्न : आजकल हर कोई आशिक बनकर किसी की भी जान ले लेता है या तेजाब डाल देता है या बेइज्जत कर देता है या शादी के बाद दूसरी/दूसरे से प्यार हो जाता है क्यों ?

उत्तर : क्योंकि बॉलीवुड, हॉलीवुड, टालीवुड और न जाने कितने वुड है और न जाने कितने धारावाहिक है जो ये ही सिखाने में व्यस्त है की कितने तरीको से प्यार होता है? ….. और सामने वाले को न मानते हुए भी कैसे मजबूर किया जाता है और भी बहुत कुछ ?

जाने अनजाने में लड़की ने आशिक तो बना लिया हो – पर अंजाम कही और ले गया हो।

घर वालो से सही शिक्षा ली नहीं हो यां घर वालो ने दी नहीं हो ?
या परिवार का माहौल ही ऐसा ही बना रखा हो।

मैं लुटेरा बनकर उस एक बलात्कारी को तो मार सकता हु पर जो करवाने वाला है उसे कहा ढूँढू? उन्हें कैसे मारू ?

मैं लुटेरा बनकर उस एक बेटे को तो मार दू पर आने वाले वंश का क्या करूँ जिसको अापने अकेला रहना सिखा दिया?

मैं लुटेरा बनकर उस आशिक का तो अंतिम संस्कार कर दू पर जो आज आशिकी सीख रहे है उनका क्या करू ?

अब आप ही बताओ मैं जोगी बनूँ या लुटेरा?

Note:-

यदि आपके पास हिंदी या अंग्रेजी में कोई Article, Inspirational StoryPoetry या जानकारी है जो आप हमारे साथ share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ E-mail करें. हमारी Id है: kmsraj51@hotmail.com. पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ यहाँ PUBLISH करेंगे. Thanks!!

Also mail me ID: cymtkmsraj51@hotmail.com (Fast reply)

cymt-kmsraj51

सफलता कठोर मेहनत और खुद पर भरोसा करने से मिलती है।
यह गिफ्ट में या धनी परिवार में पैदा होने से नहीं मिलती है।
~Kmsraj51

– कुछ उपयोगी पोस्ट सफल जीवन से संबंधित –

* विचारों की शक्ति-(The Power of Thoughts)

* खुश रहने के तरीके हिन्दी में।

* अपनी खुद की किस्मत बनाओ।

* सकारात्‍मक सोच है जीवन का सक्‍सेस मंत्र 

* चांदी की छड़ी।

 

 

 

 

 

_______Copyright © 2013-2017 kmsraj51.com All Rights Reserved.________

हिंदी शायरी ..ठोकर ना लगा मुझे पत्थर नही हु मै,

Kmsraj51 की कलम से…..

Kmsraj51-CYMT-Oct-14-3

ठोकर ना लगा मुझे पत्थर नही हु मै,

हैरत से ना देख कोई मंज़र नै हु मै,

उनकी नज़र में मेरी कदर कुछ भी नही,

मगर उनसे पूछो जिन्हें हासिल नही हु मै..

______

– Jokes –

1. लड़के और लड़की में फर्क –

लड़कियां 300 रुपये की एक सैंडल खरीद के लाएंगी और पूरे घर मे कहती फिरेंगी कि शॉपिंग करके आ रही हूं।

और लड़के हजार रुपये की दारू पीकर आते हैं, फिर भी चुप-चाप सो जाते हैं।

सादा जीवन, उच्च विचार।

2. जवानी के दर्द –

जवानी उम्र ही ऐसी होती है कि…

मोहल्ले की किसी भी लड़की की शादी हो जाए तो…

लगता है कि मेरे साथ धोखा हो गया…!!

3. किस गांव के हो ताऊ?

एक बस में ताऊ सफर कर रहे थे। तभी साथ वाले मुसाफिर ने बीड़ी जलाई और धुंआ ताऊ की ओर छोड़ दिया। ताऊ कुछ नहीं बोले। अचानक खिड़की से आई तेज हवा के कारण बीड़ी से एक चिंगारी निकली और ताऊ की नई कमीज जल गई। ताऊ फिर भी शांत रहे।

यह सब देख रहे मुसाफिर को शर्म आ गई और सोचा, कितना सब्र वाला नेक इंसान है। माफी मांगने के अंदाज में मुसाफिर ने पूछा, किस गावं के हो ताऊ?

ताऊ: क्यूं? अब गांव भी फूंकेगा के?

4. बगैर देखे साइन –

पप्पू: पापा, क्या आप बिना देखे लिख सकते हैं?

पापा: हां, इसमें कौन-सी बड़ी बात है?

पप्पू: अच्छा, तो मेरे रिपोर्ट कार्ड पर बिना देखे साइन करके दिखाइए।

5. बीवी की विश पूरी कर दो भगवान –

पति- इस जीवन से मैं तंग आ गया हूं! हे प्रभु मुझे उठा ले।पत्‍‌नी- नहीं भगवान, मेरे पति से पहले मुझे उठा ले।पति- हे प्रभु, मैं अब अपनी मर्जी को वापिस लेता हूं, तू इसकी ही सुन ले।

6. अजी सुनते तो… 
सत्य वचन
शादीशुदा मर्दों के लिए ‘अजी सुनते हो…’ का वही मतलब होता है जो बिग बॉस के घर में रहने वालों के लिए ‘बिग बॉस चाहते हैं…’ का होता है।
7. डाबर का कालाधन –
स्विस बैंकों में डाबर वालों का भी काला धन है .
.
.
.
.वहीं मैं कहूं…च्यवनप्राश में डालने के लिए इतना सोना-चांदी आ कहां से रहा है।

8. वाइबर या वाइपर –
लड़का: Viber यूज करती हो…?लड़की: उफ, ये अनपढ़ लड़के भी न। बुद्धू Viber नहीं, Viper होता है… और मैं कभी-कभी यूज करती हूं जब पानी ज्यादा हो, वरना पोछा ही लगाती हूं।लड़का: हा हा हा हा हा हा हा हा हा। बस कर पगली रुलाएगी क्या…?

9. अच्छे दोस्त की तलाश –
मैंने एक दिन मंदिर की दानपेटी में एक सिक्का डालकर भगवान से एक अच्छा दोस्त मांगा।
.
.
.
.
.
तब भगवान तुम्हें मेरी जिंदगी में भेजा और बोले- एक रुपये में ऐसा ही मिलेगा।
10. बीवी और भूत –
सवाल: अगर आपकी पत्नी से भूत चिपक जाए तो आप क्या करेंगे।पति का जवाब: करना क्या है, गलती उसने की है अब वही भुगते।
11. बदनामी का सबूत –
दिवाली पर पता चला हम अपने मुहल्ले में कितने बदनाम हैं
.
.
.
जब गली के सारे बच्चे एक-एक कर घर आए और रॉकेट जलाने के लिए खाली बोतल मांगने लगे।
12. गर्लफ्रेंड का फोन उठाया –
एक दोस्त – नया मोबाइल कब लिया?

पप्पू – लिया नहीं, गर्लफ्रेंड का उठाया है।
.
.
.
दोस्त – क्यों???
.
.
.
पप्पू – वो रोज कहती थी, मेरा फोन क्यों नहीं उठाते… 🙂

13. दिवाली पर ये न करें… 
भारत के सभी नौजवानों को सूचित किया जाता है कि इस दिवाली पर एक ही तीली से 5-6 दीये न जलाएं। .
.
.
.
पिताजी का शक यकीन में बदल सकता है कि लड़का सिगरेट पीने लगा है।
14. शादी की रस्म –
एक बच्चे ने पिता से एक शादी समारोह में पूछा- पापा, शादी के मंडप में दूल्हा, दुल्हन का हाथ क्यों पकड़ता है?

पिता ने लंबी सांस भरते हुए कहा- बेटा यह तो एक रस्म है। कुश्ती से पहले पहलवान भी अखाड़े में हाथ मिलाते हैं।

15. कानून की सेल्फी –
‘कानून’ बेस्ट सेल्फी क्लिक कर सकता है, क्योंकि…

कानून के हाथ बहुत लम्बे होते हैं।

16. रितिक जैसा पति –
कल रात मेरी बीवी ने मुझसे कहा कि तुम तो एक दम रितिक रोशन जैसे लगते हो।

मैंने साफ-साफ बोल दिया कि मेरे पास सिर्फ 400 रुपये हैं।

17. कुछ बात करनी है –
भगवान कसम, सारे पाप याद आ जाते हैं, जब…

घरवाले कहते हैं- बैठो, तुमसे कुछ बात करनी है।

18. अर्ज किया है –
अर्ज किया है…

एक लड़के और लड़की में हो रही थी किसिंग,

मुकर्रर!

एक लड़के और लड़की में हो रही थी किसिंग,

पर आप अभी छोटे हो, इसलिए…

19. लड़का लाया चांद!
लड़की: क्या तुम मेरे लिए चांद ला सकते हो?

लड़का गया और हाथ में आइना छिपाकर ले आया। उसने लड़की से आंखें बंद करने को कहा, और आइने को लड़की के हाथ पर रख दिया।

लड़का: अब आंख खोलो।

लड़की (इमोशनल होते हुए): How Romantic! तुम्हें मेरा चेहरा चांद जैसा लगता है?

लड़का: नहीं, मैंने तो आइना इसलिए रखा था, ताकि तू देख सके कि जिस थोबड़े से चांद मांग रही है, उसे कभी आइने में देखा भी है?

20. पेट में छूटे ग्लव्स –
डॉक्टर: वी आर सॉरी। ऑपरेशन के वक्त मेरे ग्लव्स आपके पेट में रह गए। दोबारा ऑपरेशन करना पड़ेगा।
.
.
.
पप्पू: पागल है क्या? ये ले 20 रुपये, नया ले लियो भाई…
21. इमरजेंसी में मजाक –
हम बिजली जाने के बाद मोमबत्ती लेकर टॉइलट जा रहे थे।

कोई कंबख्त फूंक मारकर कह गया- हैपी बर्थडे टु यू!

अब बताओ… इमरजेंसी में भी मजाक!!

22. संता बना भगवान –
संता काफी दिनों के बाद पार्क में घूमने गया। लौटकर उसने अपनी पत्नी से कहा, जानती हो, आजकल लोग मुझे भगवान मानने लगे हैं!

पत्नी: तुम्हें कैसे पता?

संता: आज जब मैं पार्क में घूमने गया तो लोग मुझे देखकर बोले- हे भगवान, तुम फिर आ गए!

23. पत्नी के 2 नंबर –
अगर आपकी पत्नी 2 सिम कार्ड वाला फोन यूज करती है तो केवल ‘वाइफ’ नाम से ही सेव करें। वाइफ-1 और वाइफ-2 नाम से कभी न सेव करें।

आईसीयू में भर्ती एक पति की सलाह- पतिहित में जारी।

24. गर्लफ्रेंड चली अमेरिका –
गर्लफ्रेंड: जानू, मुझे भूल जाओ। मेरी शादी अमेरिका में एक अमीर लड़के से तय हो गई है।

बॉयफ्रेंड: चलो कोई बात नहीं, जो होना था सो हो गया। बस तुम एक आईफोन 6 भेज देना वहां से। सुना है वहां सस्ता मिलता है।

25. लाइन मारने के तरीके –
लाइन मारने के बहुत से तरीके होते हैं। इनमें से 3 बेस्ट तरीके हैं…

1. पेंसिल से लाइन मारना
2. पेन से लाइन मारना
3. मार्कर से लाइन मारना

अच्छा सोचो! कुछ लोग शरीफ भी होते हैं।

26. पति ने की तारीफ –
पति: तुम बहुत हसीन हो।

पत्नी: छोड़िए ना।

पति: तुम्हारी आंखें बहुत खूबसूरत हैं।

पत्नी: छोड़िए ना।

पति: तुम्हारे बाल बिल्कुल रेशम जैसे हैं।

पत्नी: अजी छोड़िए भी।

पति: तुम्हारी आवाज कितनी सुरीली है।

पत्नी: हे भगवान! अब छोड़ भी दीजिए।

पति: इतनी लंबी-लंबी तो छोड़ रहा हूं अब और कितनी छोड़ूं?

27. बुद्धिमत्ता की इकाई –
वैज्ञानिकों ने बुद्धिमत्ता मापने की नई इकाई का पता लगाया है, जिसका नाम है भट्ट इकाई।

इसके अधिकतम स्तर को आर्य भट्ट का नाम दिया गया है, और न्यूनतम स्तर को आलिया भट्ट का 🙂

28. 3 रुपये का हिसाब –
एक करोड़पति मर गया, और ऊपर पहुंचकर स्वर्ग का दरवाजा खटखटाने लगा।

चित्रगुप्त: कौन हो तुम?

आत्मा: मैं धरती पर करोड़पति था। मुझे स्वर्ग में प्रवेश चाहिए।

चित्रगुप्त: स्वर्ग में रहने लायक तुमने कौन सा काम किया है?

आत्मा: एक बार मैंने भूखी भिखारिन को 2 रुपये दिए थे। (कुछ सोचकर) और एक बार मेरी कार से टकराकर घायल हुए एक बच्चे को एक रुपया दिया था।

चित्रगुप्त: और कुछ किया?

आत्मा: और कुछ तो याद नहीं आता।

चित्रगुप्त (यमराज से): भाई, क्या करें इसका?

यमराज: इसके तीन रुपये लौटा दो, इसे नरक ले जाता हूं।

29. ‘जय दुर्गा’ के बाद?
9 दिन तक,

जय दुर्गा!

जय दुर्गा!

जय दुर्गा!

और 10वें दिन,

दे मुर्गा!

दे मुर्गा!

दे मुर्गा!

30. पत्नी ने उठाया –
पति-पत्नी में बातचीत बंद थी। सुबह पति को जल्दी जाना था, तो उसने रात को पत्नी के तकिए के पास एक पर्ची रख दी, जिसपर लिखा था- मुझे सुबह 5 बजे उठा देना।

सुबह 8 बजे जब पति की नींद खुली तो उसके ऊपर ढेर सारी पर्चियां पड़ी हुई थीं, जिनपर लिखा था- उठ जाओ, 5 बज गए हैं। प्लीज उठ जाओ, नहीं तो लेट हो जाओगे।

31. कृपया ध्यान दें –
अपनी बीवी के डर से खुद के घर में किया गया झाड़ू-पोछा ‘स्वच्छ भारत अभियान’ में शामिल नहीं किया जाएगा।
32. वह बेचारी लड़की –
वह लड़की आज भी गर्मी में मर रही है।
जिसे एक बार बोला था
.
.
.
तुम इस स्वेटर में कटरीना लगती हो।
33. दिल की धड़कन –
किसी की धड़कन तेज़ करने के लिए प्यार की जरूरत नहीं, बस इतना ही कह दो कि . . . भाई तेरा रिजल्ट आ गया है। चेक कर।
34. भोजपुरी में अनुवाद –
अध्यापक: भोजपुरी में अनुवाद करो।

दिल के टुकड़े-टुकड़े करके मुस्कुरा के चल दिए…

छात्र: करेजवा के बुकनी-बुकनी कर के दांत चियार के चल देहलू…

35. मंगल का ताना –
अब से घरवालो को नया ताना मारने का मौका मिल जाएगा . . कि उठ जा बेटा दुनिया मंगल पर पहुंच गई और तू अभी यहीं पड़ा है।
36. पत्थर मार लो –
दोस्तों को मैसेज करने से बेहतर है कि किसी कुत्ते को पत्थर मार लो। .
कम से कम जवाब तो देता है।
37. रजनीकांत vs आलिया –
एक कॉम्पिटिशन में दोनों से एक सवाल पूछा गया कि 8 का आधा कितना होगा? रजनी ने सवाल सुनने से पहले ही कहा: 4

आलिया: डिपेंड करता है
यदि हॉरिजॉन्टल हाफ करो तो ‘0‘ और वर्टिकल करो तो ‘3

रजनीकांत लॉस्ट आलिया रॉक्स

बड़ा आया रजनीकांत!

38. पियक्कड़ों का संतोष –
पियक्कड़ बड़े संतोषी किस्म के प्राणी होते हैं। दारू के दाम कितने भी बढ़ जाएं, वे कभी विरोध प्रदर्शन नहीं करते।
39. पति को अंदर बुला लो –
लेडी पेशंट: डॉक्टर, प्लीज मेरे पति को अंदर बुला लीजिए।

डॉक्टर: आप मेरे साथ सुरक्षित हैं। आप मुझपर भरोसा कर सकती हैं।

ले़डी पेशंट: नहीं, आपकी नर्स बाहर बैठी है, और मुझे अपने पति पर भरोसा नहीं है।

40. सुखी पति के गुण –
सभी सुखी पति गजनी के आमिर खान की तरह होते हैं।

बीवी की सुनते हैं,
समझते हैं,
और
15 मिनट के बाद सब भूल जाते हैं…

41. यू आर सो हॉट –
लड़के ने लड़की का हाथ पकड़कर कहा: यू आर सो हॉट, बेबी!

लड़की ने खींचकर उसे एक थप्पड़ मारा और कहा: कमीने, मुझे 103 डिग्री बुखार है और तुझे आशिकी सूझ रही है?

42. ट्रेन में बर्फ की कमी –
एक दबंग आदमी ट्रेन के एसी कोच में आराम से ड्रिंक कर रहा था। उसने अटेंडेंट को बुलाकर 100 रुपये का नोट देते हुए कहा: जा जल्दी से थोड़ा बर्फ और ले आ। आखिरी पैग लगाना है।

अटेंडेंट: साहब, अब और बर्फ नहीं मिल सकता।

दबंग आदमी: क्यों नहीं मिल सकता?

अटेंडेंट: साहब, डिसूजा साहब की डेड बॉडी तो पिछले स्टेशन पर ही उतर गई।

43. एक गाने में जिंदगी – 
एक गाने ने पूरी जिंदगी बयां कर दी-

5-15 साल: नैनों में सपना 15-25 साल: सपनों में सजना 25-35 साल: सजना पे दिल आ गया 35-75 साल: क्यूं सजना पे दिल आ गया???

44. फोन करने से पहले दो लगाएं –
संता पीसीओ पर फोन करने गया, फिर अचानक उसने पीसीओ वाले को दो थप्पड़ लगा दिए।

पीसीओ वालाः ये थप्पड़ क्यों लगाए?

संताः अबे उधर देख, वहां लिखा है फोन करने से पहले दो लगाएं।

45. पप्पू ‘जवान’, कैप्टन परेशान –
मिलिटरी का कैप्टनः नौजवानों, आगे बढ़ो

(पप्पू आगे नहीं बढ़ा)

कैप्टनः तुम आगे क्यों नहीं बढ़े?

पप्पूः आपने कहा 9 जवानों आगे बढ़ो, मैं 10वें नंबर पर खड़ा हूं…

46. दोस्त को किया फोन –
एक दोस्त को 3 बार कॉल किया। उसने फोन नहीं उठाया।

मैंने उसे एसएमएस किया- शाम को दारू पार्टी कर है, तू आएगा क्या?

अब वह मुझे 8 बार कॉल कर चुका है, और मैं फोन नहीं उठा रहा 🙂

47. डेटॉल की शीशी –
संता हाथ में ब्लेड मार रहा था।

बीवी: यह क्या कर रहे हो जी?

संता: डेटॉल की शीशी टूट गई है। यह बेकार हो जाए, उससे पहले ही यूज कर लेना चाहिए। ला, तेरी अंगुली भी काट दूं।

48. तीन गुप्त बातें –
जिंदगी में तीन बातें कभी किसी को नहीं बतानी चाहिए।

1)

2)

3)

नहीं बतानी, मतलब नहीं बतानी। किसी को भी नहीं।

49. महंगा पड़ा सपना –
शिक्षकः ओसामा की 5 बीवी हैं और 20 बच्चे, और लालू की एक बीवी और 12 बच्चे तो बताओ दोनों में से बेहतर कौन है?

संताः सर, स्कोर तो ओसामा का ज्यादा है पर स्ट्राइक रेट लालू की बेहतर है।

50. कितने भाई-बहन हो?
लड़के वाले एक लड़की को देखने पहुंचे। बातचीत के बाद घरवालों ने लड़के और लड़की को एक कमरे में अकेले बिठा दिया।

काफी देर की खामोशी के बाद लड़की ने ही डरते-डरते पूछा: भैया, आप कितने भाई-बहन हो?

लड़का: अब तक तो 3 थे, अब 4 हो गए।

51. सबसे प्यारा मेसेज –
लोग कहते हैं कि I LOVE YOU दुनिया का सबसे प्यारा मेसेज है।

लेकिन,

‘आ भाई, पेमेंट ले जा’

इस मेसेज जैसा दूसरा कोई मेसेज नहीं है।

______

बिल गेट्स ने बनाई मूवीज…

यदि बिल गेट्स बॉलीवुड फिल्में बनाने लगें तो उनकी फिल्मों के नाम कैसे होंगे ?

जरा इन नामों पर गौर फरमाएं –

1. हैंग तो होना ही था !!!!!!!!!!!!

2. मेरी डिस्क तुम्हारे पास है

3. आओ चेट करे
4. प्रोग्रामर नंबर.15. मेरा नाम डवलपर6. जावा वाले जॉब ले जायेंगे
7. हम आपके मेमोरी में रहते हैं
8. दो प्रोसेस्सर बारह टर्मिनल
9. तेरा कोड चल गया
10. हर दिन जो मेल करेगा
11. नेटवर्क के उस पार
12. देबुगिंग कोई खेल नहीं
13. जिश देश में बिल गेट्स रहता है14. राजू बन गया MCSE .!15. कलाइएंट  एक नम्बरी प्रोग्रामर  दस नम्बरी16. लोगिन करो सजना
17. नौकर PC का
18. 1942 — ऐ  बग स्टोरी
19. कहो ना वाइरस है
20. क्रेश से क्रेश तक

Note::-

यदि आपके पास हिंदी या अंग्रेजी में कोई Article, Inspirational StoryPoetry या जानकारी है जो आप हमारे साथ share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ E-mail करें. हमारी Id है: kmsraj51@hotmail.com. पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ यहाँ PUBLISH करेंगे. Thanks!!

Also mail me ID: cymtkmsraj51@hotmail.com (Fast reply)

cymt-kmsraj51

सफलता कठोर मेहनत और खुद पर भरोसा करने से मिलती है।

यह गिफ्ट में या धनी परिवार में पैदा होने से नहीं मिलती है।

-Kmsraj51

– कुछ उपयोगी पोस्ट सफल जीवन से संबंधित –

* विचारों की शक्ति-(The Power of Thoughts)

http://wp.me/p3gkW6-1dk

* खुश रहने के तरीके हिन्दी में।

http://wp.me/p3gkW6-mn

* अपनी खुद की किस्मत बनाओ।

http://wp.me/p3gkW6-1dD

* सकारात्‍मक सोच है जीवन का सक्‍सेस मंत्र 

http://wp.me/p3gkW6-Ig

* चांदी की छड़ी।

http://wp.me/p3gkW6-1ep

 

 

_______Copyright © 2014 kmsraj51.com All Rights Reserved.________

भाग्य रेखा ….

by: कृष्ण मोहन सिंह 51 की कलम से ………….

नीले आकाश के बीच

बादलों ने खींची है

मेरी भाग्य रेखा

बादलों से  झॉंकते हैं

टिमटिमाते तारे

जिनमें बसी हैं

मेरी शुभ और अशुभ घडिय़ॉं

तिनका हूं अभी मैं

हवा में उड़ता हुआ

धूल हूं पृथ्वी की

क्या पता कल बन जाऊँ

माथे का तिलक किसी का

फिर भी तो ऐ मिट्टी

तेरी ही अंश हूं

न जाने कब

पॉंव तले रौंद दिया जाऊँ  ।

विनम्रता एक दूसरों की सेवा करने के लिए सक्षम बनाता है.

विनम्रता एक दूसरों की सेवा करने के लिए सक्षम बनाता है.

सभी शक्ति तुम्हारे भीतर है.
आप कुछ भी और सब कुछ कर सकते हैं.
उस में विश्वास करते हैं. THO

जीवन एक सुंदर फूल है Khusaboo dene mei फूल कटौती नहीं करता है kabhi ….

 

The Power Of Thought

The Power Of Thought 

Thought has been proven to be a powerful yet non-physical energy, which can influence other souls and also matter. On a limited scale, there are the experiments with ESP (extrasensory perception) and mental telepathy. On a more sensational level, some use the power of thought to such an extent that steel objects can be bent and heavy objects moved without any physical help. In the case of telepathy, communication over thousands of miles is possible in an instant when two souls are tuned to each other’s mentalwavelength, as if thought-broadcasting and receiving is some sort of subtle (non-physical) radio system. Evil powers also invoke the power of thought, although for impure or egoistic motives and gains. Thought can be regarded as the energy or subtle force which links the soul to physical matter through the soul’s connection with the body. 

बदलाव की सबसे ज्यादा शक्ति प्रेम में ही होती है ..

– कृष्ण मोहन सिंह

एक अध्यापिका अपना अस्सीवां जन्मदिन मना रही थीं। उन्होंने अनेक वर्ष एक विद्यालय में अध्यापन कार्य किया था। उनसे मिलने से पहले, उस विद्यालय के अनेक छात्र गैर सामाजिक गतिविधियों में लगे हुए थे। पर जब उस अध्यापिका ने वहां पढ़ाना शुरू किया, तो लोगों ने महसूस किया कि उन शिष्यों के व्यवहार में बदलाव आने लगा। धीरे-धीरे उन सब में गहन परिवर्तन हुआ। उनमें से कई शिष्य बड़े होकर अच्छे नागरिक बने। कई बाद में चिकित्सक, वकील, अध्यापक, अच्छे तकनीशियन और व्यापारी बने। लोगों ने देखा कि उस अध्यापिका ने अनेक बिगड़े हुए बच्चों की जिंदगी संवार दी।
स्वाभाविक था कि उनके अस्सीवें जन्मदिन पर उन्हें आदर- सम्मान देने के लिए और जो कुछ उन्होंने किया था, उसके प्रति अपनी कृतज्ञता प्रकट करने के लिए उनके भूतपूर्व शिष्य बड़ी संख्या में उनके पास पहुंचे। उनमें से अनेक छात्र अपने परिवार के साथ आए। देखते-देखते वहां गणमान्य व्यक्तियों की काफी बड़ी भीड़ एकत्र हो गई। वह एक भव्य आयोजन में बदल गया। अखबार वालों ने इस विशाल जन्मदिन पार्टी के बारे में सुना, तो वे भी आ पहुंचे। कुछ पत्रकारों ने उस अध्यापिका का साक्षात्कार लिया। उन्होंने पूछा, ‘एक अध्यापक के रूप में आपके सफल होने का रहस्य क्या है?’
अध्यापिका ने उत्तर दिया, ‘जब मैं अपने चारों ओर आज के युवा अध्यापकों को देखती हूं, जिन्होंने बच्चों को पढ़ाने की ट्रेनिंग ली है और बीएड किया है, तो पाती हूं कि वे प्रशिक्षित हैं और पढ़ाने की बारीकियों पर ध्यान दे सकते हैं, वे बच्चों को सचमुच कुछ सिखा सकते हैं। पर पीछे देखती हूं तो महसूस करती हूं कि जब मैंने पढ़ाना शुरू किया, तब मेरे पास देने के लिए सिर्फ प्यार था।’ उस अध्यापिका के इस सादे से वाक्य में, हमें सभी युगों के सत्गुरुओं की सफलता का रहस्य मिलता है। इस कहानी की अध्यापिका के अंदर, जीवन को बदल देने की शक्ति थी। उन्होंने ऐसे छात्रों को पढ़ाया, जिनमें सदाचार की कमी थी और उनको सदाचारी व्यक्तियों में बदल दिया। यही काम एक सत्गुरु करते हैं। वे काम, क्रोध, लोभ, मोह और अहंकार से भरे दुखी मनुष्यों को अपनाते हैं और उनको ऐसे इन्सानों में बदल देते हैं, जो अहिंसा, पवित्रता, नम्रता, सचाई और प्रेम से भरे हों। वे ऐसा कैसे करते हैं? वे यह सब दिव्य-प्रेम की शक्तियों से करते हैं।
अगर हमें कठोरता पूर्वक आदेश दे कर यह कहा जाए कि क्या करना है, तो शायद हम में से कुछ ही व्यक्ति उसका पालन करेंगे। पर अगर हम किसी से प्रेम करते हैं और जानते हैं कि वह भी हमसे प्रेम करता है, तो हम उसके आदेश सुनते हैं, उसका आदर करते हैं। माता-पिता के प्रेम के द्वारा एक बच्चा बोलना और चलना सीखता है। एक अध्यापक के प्रेम के द्वारा बच्चा पढ़ना-लिखना सीखता है। एक प्रशिक्षक के प्रेम के द्वारा हम कोई हुनर सीखते हैं। एक आध्यात्मिक गुरु के दिव्य-प्रेम से हम स्वयं भी आध्यात्मिक बन जाते हैं। हम महान संतों के जीवन में देख चुके हैं कि वे कितने दयावान थे। इसीलिए जो भी उनसे मिले, उनके जीवन को उन्होंने सकारात्मक रूप से बदल दिया। प्रेम में सर्वाधिक रूपांतरकारी शक्ति होती है।

 

– कृष्ण मोहन सिंह

……………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………

Country Wise Visitor in my website => https://kmsraj51.wordpress.com/ 2013-09-10

Country Wise Visitor in my website  => https://kmsraj51.wordpress.com/

Today 2013-09-10 ,

Country Wise Visitor in my website  => https://kmsraj51.wordpress.com/

Country Views
India FlagIndia 5589
United States FlagUnited States 1599
United Kingdom FlagUnited Kingdom 1417
Australia FlagAustralia 1366
New Zealand FlagNew Zealand 1234
Hong Kong FlagHong Kong 1194
Italy FlagItaly 401
Germany FlagGermany 790
Canada FlagCanada 636
Indonesia FlagIndonesia 347
Kenya FlagKenya              233

Finland FlagFinland             221

Image

Thank`s & Regard`s

Krishna Mohan Singh (कृष्ण मोहन सिंह)
Spiritual Author Cum Spiritual Guru
Always Positive Thinker Cum Motivator
Sr.Administrator (IT-Software, Hardware & Networking)
ID: kmsraj51@yahoo.in

My Spiritual book “Complete Purity”

//

** पगहा ** By-kmsraj51 **

***************** 

जब मेरे पास खेत और हल हो
तभी न मुझे जरूरत रहती गाय की?
गाय भी हो गई मेरी तरह बूढ़ी
उसकी जीविका के साथ-साथ
मेरा भी जीवन बन गया प्रश्न-चिह्न
जमीन तो बेच दी मैंने कभी लड़के की पढ़ाई के लिए
घर भी बेच डाला उसकी नौकरी की उम्मीद में
लड़के को पढ़ाई आ गई
फिर नौकरी तो नहीं आई
अगर पढ़ाई न आई हुई होती
तो कम-से-कम घर बच जाता
लड़का घूम रहा है लट्टू जैसा
उस लट्टू को घुमानेवाली रस्सी है बस नौकरी की खोज।

घर चला गया तो कुछ-न-कुछ विकल्प तो चाहिए
आवास के लिए खरक के सिवा कुछ न रहा
गाय को, उसकी जरूरत स्वयं को ही नहीं
उसका बछड़ा भी हाल में ही गुजर गया
गाय के खरक को अपना आवास बना लूँ तो
घर बनाने के लिए अब उधार लेना न पड़ता!
गाय के खरीददारों को खोजा
मुफ्त में दे दूँ तो भी लेनेवाला कोई न दिखा।

गुजरते जा रहे हैं दिन
आँसू भी सूखते जा रहे हैं मेरी आँखों में
एक दिन सुबह-सुबह सोचा कि
गाय को कबेला पहुँचा दूँ
धीरे-धीरे गया उसके पास
निकाल दिया उसके गले में बाँधा पगहा
देखा उसने तब मेरी आँखों में
भूल नहीं सकता उसकी वह नजर जन्म-जन्मांतरों तक

पूछने लगी है वह मानो सजल नेत्रों से—
‘बेच दोगे मुझे?
क्या मुझसे अब नहीं रही कोई जरूरत तुम्हें?’
ये दो ही नहीं सिर्फ
लाखों, करोड़ों सवाल
कौंध गए उसकी नजरों में।
अगर मैं उसके खरक को खाली कराऊँ तो
वह बनेगा मेरा निवास
उसकी कुथली और चारे के व्यय से
मिलेगी रोटी मुझे और मेरी पत्नी को
गुजारा तो हो ही जाएगा न ऐसे कुछ दिन!
¨
फिर मुझे तो सूझा एक उपाय
तुरंत छिपा लिया पगहे को छज्जे में सुरक्षित
कभी तो पड़ेगा शायद इससे काम
जब भूख बनेगी असहनीय
तड़प जाएँगे उसके कारण हमारे प्राण
उम्मीद है—वह पगहा
आएगा मेरे काम
करेगा मेरी मदद।

** कविता ** कुछ मुक्तक ** By-kmsraj51**

********************** _ kmsraj51_ *********************

बीच पतझर के बसंती सृजन का उल्लास हूँ

बोल कुछ पाता न जो उस दर्द का अहसास हूँ
भटकते फिरते हो घर से दूर मेरी खोज में
प्यार से देखो जरा मैं तो तुम्हारे पास हूँ।

ः २ ः
वे कहते—‘क्यों गेरुआ नहीं’, 
वे कहते—‘क्यों न लाल हूँ मैं?’
वे कहते—‘क्यों मैं ठंडा हूँ’, 
वे कहते—‘क्यों उबाल हूँ मैं?’
मैं हूँ अदीब, 
मुझ पर न चढ़ा काई भी रंग सियासत का
सत्य के रंग में रँगा हुआ, 
इनसे उनसे सवाल हूँ मैं।

ः ३ ः
फसलें उदास फागुनी बोली बयार से
‘हम देख रही हैं कहना बहार से’
बोली बयार—‘आई थी, आकर है रम गई
आने लगी है अब तो वो दिल्ली में कार से।’

ः ४ ः
जाएँगे हम यहाँ से कहाँ, जानते नहीं
कहते हैं जिसे सच उसे पहचानते नहीं
पर जी रहे हैं जिसको विविध रूप-रंग में
उस जिंदगी को सत्य हाय मानते नहीं।

ः ५ ः
सागर में रहे, जलते रहे फिर भी प्यास में
सुख से लदे हुए रहे सुख की तलाश में
कितना तो चैन मिल रहा है छाँह में घर की
है लग रहा कि माँ कहीं बैठी है पास में।

Image

ः ६ ः
ज्वाला में जले, शीत में हिम के तले गए
हर राह में लाचार सफर की छले गए
आए थे एक जिंदगी जीने जहान में 
खाकर हजार ठोकरें असमय चले गए।

ः ७ ः
स्कूल तक का रास्ता ही रास्ता होता नहीं है
हो गया असफल यहाँ तो शेर दिल रोता नहीं है
राह चुन लेता है कोई और जीवन की, विहँसकर
मौत के आगोश में निरुपाय हो सोता नहीं है।

ः ८ ः
राहें हैं बहुत दोस्त, जिंदगी ये सफर है
छूटी जो इधर एक तो दूजी तो उधर है
गर टूट गया ख्वाब एक दूसरा देखो
हर रात में पोशीदा कहीं एक सहर है।

ः ९ ः
कितना अच्छा होगा वह दिन जिस दिन घायल प्यार न होगा
मन का कोई हास हाट में बिकने को लाचार न होगा
गले मिलेगी हर मजहब से उठकर इनसान की बोली
सुबह-सुबह कितने जख्मों से लदा-फदा अखबार न होगा।

ः १० ः
ख्वाबों में सही पास जरा आ मेरे बचपन
खेतोें में जो गाया था, वही गा मेरे बचपन
फिर भेंट हो कि न हो यह छाया है शाम की
अपनी हँसी सुबह सी सुना जा मेरे बचपन।

@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@

@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@

** कविताएँ ** By-kmsraj51!!

!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!! – kmsraj51 – !!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!

Image

 

नयन के नीर से
उन दिनों को याद किया जब भी
आँखों में पानी आया है,
रो-रोकर बीत रहे हैं दिन
पानी भी सूख न पाया है।
जब हर रात उन आँखों ने
रो-रोकर गुजारी थी,
जब एक सहारे को मेरी माँ
वो फिरती मारी-मारी थी।
जब अपनों ने उम्मीदों के 
सारे पुल तोड़ दिए,
और अपनों ने ही उसे
जब कहर-पर-कहर दिए।
जब डर से काली रातें
करवटों में कट जाती थीं,
जब यादें पास आती थीं
हिचकियों से रुलाती थीं।
जब अपनों की ठोकरों ने
उसे चलना सिखा दिया,
जब दुनिया के इन रिश्तों ने
दिल से विश्वास मिटा दिया।
जब अपनों ने ही उसे
बेघर करने की ठानी थी,
तब जाके उसने इस
जीवन की हकीकत जानी थी। ¨

!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!

रिसते रिश्ते
गर रूठ गए अपने तो क्या?
अपने कब अपने थे मेरे,
गर टूट गए सपने तो क्या?
सपने कब सपने थे मेरे।
जब छोड़ दिया
जब तोड़ दिया
रिश्तों से ही
मुँह मोड़ लिया
जब गैर किया
जब बैर दिया
अपनों ने ही—
सब छीन लिया
गर टूट गए रिश्ते तो क्या?
रिश्ते कब रिश्ते थे मेरे। ¨

!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!

राख-ही-राख
हो रहा है क्या और क्यूँ?
आज मैं कैसे कहूँ?
इक महल था प्रेम का
आज जलके राख हुआ।
सब बिचरते थे जहाँ पे
स्वप्न के संसार में,
उस स्वप्न का ताना-बाना
कुछ ऐसे बेजार हुआ।
टूटकर गिर पड़ीं हर तरफ 
उम्मीदों की थेगडि़याँ
इक ममता का आँचल
इस तरह बेकार हुआ। ¨

*********************************

भँवर में
दुःख के 
दरिया के सामने
खड़े होकर
पूछा मैंने
अपने आप से
क्या कभी मैं
पार होऊँगी—
दुःख की इस 
मझधार से।
थे किनारे
हर तरफ
पर ना किनारा
था कोई
उस भँवर से
पार होने का—
ना सहारा॒
था कोई।

********************** 

कृष्ण मोहन सिंह
हमेशा सकारात्मक विचारक

***********************************